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टूलकिट विवाद | Toolkit Controversy
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Toolkit Controversy01/06/2021 |
सरकारों एवं स्थापित व्यवस्थाओं के विरुद्ध पहले भी आंदोलन होते आए हैं, और आज भी होते रहते हैं । पूर्व के जमाने में विरोध का तरीका पोस्टर आदि तक सीमित था । आज इन्हीं पोस्टरों का जो डिजिटल (आधुनिक) रूप है, उसे ही हम टूलकिट कहते हैं ।
विश्व में जितने भी आंदोलन होते हैं, उसमें आंदोलन करने वाले इसे आगे बढ़ाने के लिए कुछ चीजें प्लान करते हैं, जिन्हें एक्शन पॉइंट्स कहा जाता है । जिस दस्तावेज में इन एक्शन पॉइंट्स को दर्ज किया जाता है, उसे ही टूलकिट कहा जाता है । वस्तुतः यह टूलकिट समन्वय हेतु उन लोगों को शेयर किया जाता है, जो इन आंदोलनों को आगे बढ़ाते हैं । टूलकिट में यह बताया जाता है कि सोशल मीडिया पर कब और क्या लिखना है, और किसे, कौन से हैशटैग के साथ शेयर करना है । इसका आंदोलनकारियों के अलावा राजनीतिक दल गैर सरकारी संगठन तथा बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा भी इस्तेमाल किया जाता है ।
टूलकिट विवाद उस समय चर्चा में आया था, जब स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान भारत में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था, कि अगर आप किसानों की मदद करना चाहते हैं, तो इस टूलकिट की मदद ले सकते हैं ।
टूलकिट से जुड़ा हाल का मामला बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से संबंधित है, जिन्होंने ट्वीट करके कांग्रेस पर टूलकिट के माध्यम से देश एवं बीजेपी की छवि खराब करने का आरोप लगाया था । किंतु ट्विटर ने उनके ट्विट्स को मैनिपुलेटेड मीडिया (ऐसी फोटो, वीडियो या स्क्रीनशॉट, जिसकी प्रमाणिकता संदिग्ध हो) की श्रेणी में रख दिया था । 24 मई को इसी मामले की जांच हेतु दिल्ली पुलिस टि्वटर इंडिया के दफ्तर पहुंची थी ।
हाल ही में यूपी में भी टूलकिट से जुड़े एक मामला सामने आया है, जिसमें रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो शेयर किया है । इसे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का कथित टूलकिट बताया जा रहा है । इस ऑडियो में सीएम योगी के सपोर्ट में ट्वीट करने पर ₹2 की देने की बात कही जा रही है । बीजेपी का कहना है कि यह एक प्राइवेट कंपनी से जुड़ा मामला है । पार्टी और सीएम योगी से इसका कोई लेना-देना नहीं है ।
इस विवाद के बाद कंपनी ने अपने आईटी सेल के हेड मनमोहन सिंह को कंपनी से निकाल दिया है । वहीं इस मामले में मनमोहन सिंह ने ट्वीट किया है, कि हजारों जवाबों से अच्छी हमारी खामोशी न जाने कितने सवालों की आबरू रख लेगी । उनके इस ट्विट की वजह से लोगों के द्वारा कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं ।
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