अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
जो पढ़ा न गया हो - अपठित
जो कहा न गया हो - अकथितजो कहने योग्य न हो - अकथ्य
जिसे कहा न जा सके - अकथनीय
जो वर्णन योग्य न हो - अवर्ण्य
जिसका वर्णन न किया जा सके - अवर्णनीय
जिसे वाणी द्वारा न कहा जा सके - अनिर्वचनीय
जिसे जीता न जा सके - अजेय
जिसे पराजित न किया जा सके - अपराजेय
जिसका शत्रु न जन्मा हो - अजातशत्रु
खाने की इच्छा - बुभुक्षा
पीने की इच्छा - पिपासा
युद्ध करने की इच्छा - युयुत्सा
जीतने की इच्छा - जिगीषा
जानने की इच्छा - जिज्ञासा
मरने की इच्छा - मुमूर्षा
तैरने की इच्छा - तितीर्षा
कार्य करने की इच्छा - चिक्कीर्षा
जो शत्रु की हत्या करता हो - शत्रुघ्न
जो बाएं हाथ से कार्य करने में कुशल हो - सव्यसाची
आशा से बहुत अधिक - आशातीत
जो सब में व्याप्त हो - विभु
जो पहले था अब नहीं - भूतपूर्व
जो पहले कभी सुना न गया हो - अश्रुतपूर्व
जो पहले कभी देखा न गया हो - अदृश्यपूर्व
जिसकी धारण करने की शक्ति बहुत अधिक हो - मेधावी
जिसकी आत्मा महान हो - महात्मा
जैसा उचित हो वैसा - यथोचित
जिसकी कामना (इच्छा) पूरी हो गई हो - आप्तकाम
जिसका कोई उपाय ना हो - निरुपाय
उत्तराधिकार में मिली संपत्ति - रिक्थ
जिसकी ग्रीवा (गर्दन) सुंदर हो - सुग्रीव
जिसकी गर्दन कबूतर की तरह हो - कपोतग्रीवा
जिसकी गर्दन शंख की तरह हो - कात्बुग्रीवा
दो बार जन्म लेने वाला - द्विज
संध्या और रात्रि के बीच का समय - गोधूलि
रात्रि का प्रथम पहर - प्रदोष
मध्य रात्रि का समय - निशीथ
रात्रि का तीसरा पहर - त्रियामा
जो कभी नहीं मरता - अमर्त्य
दोपहर से पहले का समय - पूर्वाह्न
दोपहर के बाद का समय - अपराह्न
जिसका परिहार/त्याग न किया जा सके - अपरिहार्य
जिसका निवारण नहीं हो सकता है - अनिवार्य
उसी समय का - तत्कालीन
वर्तमान या ठीक समय पर होने वाला - सामयिक
जो समय पर न हो - असामयिक
उसी समय में होने या रहने वाला - समकालीन
जिसका मन दूसरी ओर लगा हो - अन्यमनस्क
वह भोजन जो रोगी के लिए निषिद्ध है - अपथ्य
जंगल में लगी आग - दावानल/दावाग्नि
समुद्र में लगी आग - बड़वानल/बड़वाग्नि
पेट में लगी आग - जठरानल/जठराग्नि
जो सब कुछ जानता हो - सर्वज्ञ
जो बहुत कम जानता हो - अल्पज्ञ
जो बहुत कुछ जानता हो - बहुज्ञ
जो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाता है - आशुतोष
लाल कमल - कोकनद
सफेद कमल - पुण्डरीक
नीला कमल - इंदीवर
Best sir ji🙏
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