STUDY NOVELTY
By: Ambuj Kumar Singh
★ ऐतिहासिक दृष्टि से दिल्ली का संस्थापक 11 वीं सदी का शासक अनंगपाल तोमर था। इस समय दिल्ली का नाम 'ढिल्ली' या 'ढिल्लिका' था।
★ बलबन के समय 1276 ईस्वी में पालम बावली अभिलेख से दिल्ली का एक दूसरा नाम 'योगिनीपुर' मिलता है। 1166 ईसवी में योगिनीपुर पर मदनपाल नामक शासक राज्य करता था।
★ अपने अभिलेखों में देवनागरी लिपि का प्रथम प्रयोग करने वाला चंदेल राजवंश पूर्व मध्यकालीन प्रथम राजवंश था।
★ महमूद गजनवी के सिक्कों पर संस्कृत में लेख अंकित है, जबकि मुहम्मद गोरी के सिक्कों पर लक्ष्मी की आकृति अंकित है।
★ भारत में पारसी धर्म को शीलाहार वंशीय राजाओं ने संरक्षण प्रदान किया था।
★ मुहम्मद बिन तुगलक को 'धनवानों का युवराज' अथवा 'सिक्कों के युवराज' की उपाधि मिली थी।
★ फिरोजशाह तुगलक के समय जजिया को भू राजस्व से अलग करके एक नया कर बना दिया गया था।
★ दारा शिकोह के आध्यात्मिक गुरु कादिरी परंपरा के सूफी संत मूल्लाशाह बदख्शी थे।
★ जिस प्रकार अकबर ने असीरगढ़ के दुर्ग को सोने की चाभी से खोला था, उसी प्रकार औरंगजेब भी गोलकुंडा के दुर्ग को सोने की चाभी से खोला था।
★ औरंगजेब के समय होने वाले अफगान विद्रोह, जिसे रोशनाई नामक धार्मिक संप्रदाय ने पृष्ठभूमि प्रदान किया था, का उद्देश्य पृथक राज्य की स्थापना था।
Comments
Post a Comment