STUDY NOVELTY
★ एक मानवीय नायक के रूप में वासुदेव के दैवीकरण का सबसे प्राचीनतम उल्लेख पाणिनि के अष्टाध्यायी में मिलता है।
★ मथुरा के समीप मोरा से प्राप्त प्रथम शताब्दी ईस्वी के एक अभिलेख से पता चलता है कि तोषा नामक एक महिला वासुदेव के साथ संकर्षण, प्रद्युम्न, साम्ब और अनिरुद्ध की मूर्तियां एक मंदिर में स्थापित करवाई थी।
★ महादेव के रूप में शिव का सर्वप्रथम उल्लेख श्वेताश्वर उपनिषद में मिलता है।
★ ऐतिहासिक रूप में शिव की उपासना का सर्वप्रथम उल्लेख चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में आए यवन राजदूत मेगास्थनीज ने किया है।
★ विवाह के समय कन्या को दिए गए उपहारों को वैदिक साहित्य में 'परिणाह्य' कहा गया है।
★ विश्वारा को 'ब्रह्मवादिनी' तथा 'मंत्रद्रष्टी' कहा गया है। उन्होंने ऋग्वेद में एक स्त्रोत की रचना की थी।
★ पुराणों में कौटिल्य को 'द्विजर्षभ' अर्थात श्रेष्ठ ब्राह्मण कहा गया है।
★ दास मुक्ति का विधान सबसे पहले अर्थशास्त्र में मिलता है। स्मृति ग्रंथों में सबसे पहले नारद स्मृति में इसका उल्लेख मिलता है, जिसमें दासों की सबसे लंबी सूची दी गई है।
★ दक्षिण भारत में 'एरिपत्ती' नामक एक विशेष भूमिका पता चलता है। इस भूमि से प्राप्त राजस्व का प्रयोग सिंचाई के साधनों के विकास हेतु किया जाता था।
★ वर्णसंकर जातियों का की सबसे लंबी सूची वैजयंती नामक ग्रंथ में दी गई है। इसमें 64 वर्णसंकर जातियों का उल्लेख किया गया है।
Comments
Post a Comment