STUDY NOVELTY
By: Ambuj Kumar Singh
★ विक्रमशिला के प्राचार्य वज्रयान बौद्ध भिक्षु अतिश ज्ञान दीपंकर का मूल नाम चंद्रगर्भ था।
★ कन्नड़ काव्यशास्त्र पर पहली पुस्तक राष्ट्रकूट नरेश अमोघवर्ष द्वारा लिखी गई पुस्तक कविराजमार्ग है।
★ मानसोल्लास (अभिलाषचिंतामणि) नामक शिल्पशास्त्र की पुस्तक के लेखक कल्याणी के चालुक्य नरेश सोमेश्वर चतुर्थ 'सर्वज्ञ' के नाम से प्रसिद्ध थे।
★ मलयालम की सबसे पुरानी पुस्तक का नाम उन्नुनिली संदेशम् है।
★ हैदराबाद (अन्य नाम भाग्यनगर, सुल्तान की पत्नी भाग्यमती के नाम पर) की स्थापना तथा चार मीनार का निर्माण मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने करवाया था।
★ हिंदूशाही राजा जयपाल की पराजय के बाद उसके नाती सुखपाल का महमूद गजनवी मुस्लिम बना कर ले गया, जिसे मुस्लिम नौशाशाह कहते थे।
★ मोहम्मद बिन तुगलक ने शिहाबुद्दीन काजरूनी नामक विदेशी व्यापार में शामिल एक व्यक्ति को 'व्यापारियों का राजा' की उपाधि दी तथा उसके जिम्मे 3 पोत सौंपते हुए उसे खंभात नगर का प्रभारी बना दिया था।
★ मोपला किसान विशेष रूप से सैयद अली तथा उसके पुत्र सैयद फजल के विचारों से बहुत प्रभावित थे।
★ ब्रिटिश पार्लियामेंट का सदस्य चार्ल्स ब्रेडला कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन (1889) में शामिल हुआ था।
★ 1890 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में कलकत्ता विश्वविद्यालय की पहली महिला स्नातक कादंबिनी गांगुली ने संबोधित किया था।
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