Study Novelty
By : Ambuj Kumar Singh
पर्यावरण
★ मनुष्य के लिए सर्वाधिक कार्यक्षम तापमान 25℃ तथा आर्द्रता 60% मानी गई है।
★ खेती की सर्वाधिक पुरातन प्रणालियों में 'झूम कृषि' को सर्वाधिक प्राचीन माना गया है।
★ पर्यावरण सुरक्षा अधिनियम को 'छाता विधान' के नाम से भी जाना जाता है।
★ अंकुरण के लिए बीजों को कम ताप पर रखना 'बसंतीकरण' कहलाता है।
★ भारत में अवनालिका अपरदन से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र मालवा पठार क्षेत्र (चंबल घाटी क्षेत्र) माना गया है।
★ वायु द्वारा उड़कर दूसरे स्थान पर पहुंची मृदा 'वातोढ़' कहलाती है।
★ श्वसन मूल मैंग्रोव प्रकार की वनस्पतियों में पाया जाता है।
★ पारिस्थितिक तंत्र का प्रमुख चालक बल 'सौर्यिक विकिरण' को माना गया है।
★ सामान परिस्थितिक तंत्र की स्थिरता 'स्वसाम्यावस्थित क्रियाविधि' द्वारा प्राप्त होती तथा कायम रहती है।
★ किसी मनुष्य के जीवन को पूर्ण रूप से धारणीय बनाने के लिए आवश्यक न्यूनतम भूमि को 'पारिस्थितिकीय पदछाप' कहा जाता है।
★ किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र में एक निश्चित समय में अजीवीय पदार्थ की मात्रा को 'खड़ी अवस्था' कहा गया है।
★ खाद्य श्रृंखला में ऊर्जा का प्रवाह एक ही दिशा में होता है।
★ एक संतुलित पारिस्थितिक तंत्र में जीवों की संख्या स्थिर होती है।
★ प्रत्येक पोषण तल के जंतु 10% ऊर्जा अगले पोषण तल को देते हैं।
★ एक सीमा तक प्रकृति की अपने परिस्थितिक तंत्र को संतुलित करने की क्षमता 'होमियोस्टैसिस' कहलाती है।
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